इस धरती पर वह चीज हुई जिसके बारे में कोई सोच भी नहीं सकता एक ऐसा इंसिडेंट हुआ। दुनिया में ऐसी लाखों फैक्ट्री से लाखों में मशीनरी है जिनके बारे में कोई सोच भी नहीं सकता यही मशीनरी हमारी जान भी ले सकती है यह भी कोई सोच भी नहीं सकता और किसी एक 1, 2 इंसान की नहीं बल्कि हजारों लाखों सैकड़ों
लोगों की जान भी है यह ले सकती है और ऐसा हुआ है आज से 35 साल पहले यानी कि सन 1986 में Soviet union में जिसे आज हम रसिया कहते हैं। 26 अप्रैल सन 1986 Soviet union में या का सबसे खौफनाक nuclear accident हुआ जिसका नाम है
the chernobyl incident
1 पहले मैं आपको हल्का सा बता दो और शादी भाषा में समझा दो कि यह हुआ कैसे
वहां पर टोटल 4 रिएक्टर थे मतलब की टोटल 4 nuclear reactor थे उसमे से 4 थेरेक्टर था जो वह सही से कम नहीं कर रहा था और सोने पे सुहागा की उसके टेक्नीशियन भी नहीं थे यानी कि वह टेक्नीशियन भी प्रोफेशनल नहीं थे उन्होंने सोचा कि इस फोर्थ रिएक्टर को भी चला दिया जाए थोड़े कम पावर पर चलाएंगे पर चला दिया जाए और यही थी इस दर्द भरी घटना की शुरुआत यहीं से हुई थी इस दर्द भरी घटना की शुरुआत।
जो फोर्थ रिएक्टर था वह ब्लास्ट हो गया और रेडियोएक्टिव मैटेरियल ऊपर तक चले गया इस ब्लास्ट से 17 लाख 80 हजार करोड़ का नुकसान हुआ और हजारों लोगों की जान चली गई as a direct result आसपास के एरिया में जो कुछ भी तो वह सब कुछ तबाह हो गया सब कुछ खत्म हो गया radiation डेढ़ लाख (150k) स्केयर किलोमीटर तक देखा गया बाद में हादसे के लगभग 30 किलोमीटर तक के area ko chernobyl exclusan zone बना दिया गया
और बाद में साइंटिस्टओ ने यह ऐलान कर दिया किया को यह एरिया आने वाले 20,000 सालों तक बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है।
और गवर्नमेंट को कह दिया यहां पर आम जनता को बिल्कुल दूर रखें नॉर्मल आदमी यहां पर नहीं आ सकता उस जगह को बिल्कुल पूरी तरीके से सील कर दिया गया वहां की वाइल्डलाइफ मतलब की जंगल के जंगली जानवरों पर भी बहुत ही ज्यादा असर देखा गया जो पहले से महा थे वह धीरे-धीरे मरने लगे अब वहां पर धीरे-धीरे म्यूटन एनिमल्स का बर्थ होने लगा
महा के जानवरों ने मॉडिफिकेशन ले लिया था
जोहरी पड़ी उस नहीं कर सकते थे वहां के आसपास के जानवरों की संख्या जीरो (०) हो गई ना ही कोई कीट पतंगे ना ही कोई जानवर ना ही कोई पक्षी की आवाज बिल्कुल सन्नाटा छा गया।
लेकिन बीते इतने समय बाद आज के समय में हम वहां पर देखें तो हम वहां के जंगलों को देखें वहां की वाइल्डलाइफ को देखें तो वह पूरी तरीके से बदल गई है
आज वहां पर भरपूर मात्रा में जानवर है वहां पर जानवरों को अब ना ही किसी अधिकारी का डर और ना ही पेड़ पौधों को काटने का डर लगता है महा के जानवर पूरी तरीके से आजाद है और इंसानों से काफी दूर है वहां पर जानवर अपनी जिंदगी बड़े आराम से जी रहे हैं इंसानों के बिना
लेकिन हैरानी की बात तो यह है कि यह जानवर उस एरिया में रहते हैं जहां पर इंसान हो ह नहीं सकते उस एरिया में इंसानों के बचने के कोई भी चांस नहीं है
लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि वहां जानवरों muted नहीं है modified नहीं है महा के रेडिएशन ने डायरेक्ट उनके डीएनए (DNA 🧬) पराशर किया
और उन जानवरों के डीएनए (DNA 🧬) इस केशन को xzorba भी कर लिया
Scientist का कहना है कि अब वह की लाइफ ही काफी अच्छी है जब इंसान वहां पर रहते थे तो उनसे कई गुना अच्छी लाइफ अब वहां पर है
अब वह इलाका पूरी तरीके से वहां के जंगली जानवरों का है और उनका ही रहेगा अगले 20000 सालों तक
अब वहां पर कुछ बड़े साइंटिस्ट से पूछा गया कि वहां पर इंसानी जिंदगी रह सकती है या नहीं पूरी तरीके से वह समाप्त हो जाएगी वहां पर तो साइंटिस्ट ने कहा बिल्कुल नहीं जिंदगी अपना रास्ता जीने का बना ही लेती है
क्योंकि इंसान का शरीर भी वहां के इन्वायरमेंट अकॉर्डिंग जानवरों की तरह अपने शरीर को ढाल लेता है और हो रहा है इस एक्सीडेंट के होने के बाद वहां पर कुछ लोग अभी भी रह रहे हैं उनका कहना है कि या तो वह उन लोगों को वहीं पर रहने दे या उन्हें गोली मार दे इस कारण वहां से उन लोगों को ला नहीं पा रहे गवर्नमेंट इसलिए उन्हें वहीं पर रहने दे रहे हैं लगभग 35 सालों पहले वहां पर 12 सौ लोग रहते थे लेकिन अब मात्र 135 लोग ही रहते हैं
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