Deep Web and Dark Web Explained in Hindi | By Ishan The Other Internet – Dark Web Explained – TOR Browser??? #SurfaceWeb #DeepWeb #DarkWeb

 ज्यादा तर लोग डार्क वेब डीप वेब को लेकर के कन्फ्यूजन में रहते हैं तो आज मैं इसी कन्फ्यूजन को दूर कर लूंगा तो चलिए स्टार्ट करते हैं और उससे पहले मैं आपको बता दूं की बहुत ही आसान लैंग्वेज में आपको मैं समझूंगा कि डार्क वेब क्या है और डीप क्या है 

पूरे इंटरनेट को तीन भागों में डिवाइड किया गया है

( 1 )   सरफेस वेब ( surface web )

( 2 )   डीप वेब ( Deep web)

( 3 )    डार्क वेब ( dark web )

( 1 ) सरफेस वेब. ( surface web )

सबसे पहले हम बात करते हैं सर फेस पैक के बारे में सरफेस वेब इंटरनेट का वह हिस्सा है जिसे हम आसानी से एक्सेस कर सकते हैं इजी ली यूज कर सकते हैं और जो इंटरनेट सर्च में यूज होता है यह असर फेस पैक कहलाता है simply जिसे हम आसानी से यूज कर सकते हैं इंटरनेट का 5% हिस्सा सरफेस वेब में आता है जैसे आप इंटरनेट पर सर्च करेंगे tachsahil.blogspot.com तो आपके सामने tachsahil.blogspot.com और कई सारे रिजल्ट्स आ जाएंगे  इसी तरह फेसबुक, यूट्यूब, टि्वटर, टेलीग्राम, इंस्टाग्राम जिन्हें आप आसानी से एक्सेस कर सकते हैं यूज कर सकते हैं 

तो इस तरह से इसलिए एक्सेस होने वाले इंटरनेट को सरफेस रेप करते हैं 

( 2 ) डीप वेब ( Deep web )

तो चलिए बात करते हैं डीप वेब के बारे में जितने भी सर्च इंजन है जिससे याहू, बिंग, गूगल जितनी भी इंटरनेशनल कंपनी हैं इन्हें जिस देश में भी काम करना रहता है उस देश के नियम फॉलो करना पड़ते हैं कानूनों को मानना पढ़ते हैं इंडिया में इंटरनेट लॉब ministry of communication and information technology के अंडर मैं आता है जिसमें यह रूल बनाया गया है की कोई भी सर्च इंजन इनलीगल वेबसाइट को या किसी भी सीक्रेट वेबसाइट को इंडेक्स नहीं करेगा इसी वजह से आप सीक्रेट वेबसाइट को किसी भी सर्च इंजन में सर्च करेंगे तो उसके रिजल्ट्स आपको नहीं मिलेंगे 

जैसे कि RAW इंडिया की सीक्रेट एजेंसी है इसके में आप इंटरनेट पर सर्च करेंगे तो आपको रिजल्ट्स नहीं मिलेंगे इस तरह की सीक्रेट वेबसाइट्स और इन लीगल वेबसाइट्स को सर्च करने का एक ही तरीका है इनका पूरा यूआरएल URL आपके पास होना चाहिए तो इसे आप एक चीज कर सकते हैं तो इंटरनेट का जितना भी सारा हिस्सा ऐसा है वह डीप वेब के अंदर आता है

( 3 ) डार्क वेब ( dark web )

तो चलिए अब बात करते हैं डार्क वेब के बारे में डार्क वेब इंटरनेट क्यों काली और खतरनाक दुनिया है जहां पर कोई भी रूल कोई भी नियम नहीं माने जाते हैं सभी तरह के इनलीगल काम होते हैं डार्क वेब में नशा खरीदा बेचा जाता है हथियार बेचे खरीदे जाते हैं हर तरह की स्मगलिंग होती है यह तक की आप किसी के मडर की सुपारी भी दे सकते है जैसे कि हिटमैन एक वेबसाइट है जिसमें आप किसी के भी मर्डर की सुपारी दे सकते हैं लेकिन उनके कुछ रूल से जैसे कि जिसकी आप सुपारी दे रहे हैं उसकी उम्र 18+ से कम नहीं होनी चाहिए

दूसरा 

उसमें कुछ देशों के नाम की लिस्ट दी गई है कि आप इन देशों के अभिनेताओं कि सुपारी नहीं दे सकते 

डार्क वेब में सारा लेन-देन क्रिप्टो करेंसी मैं होता है जैसे कि बिटकॉइन लाइट coins 

तो डार्क वेब में यह सारे काम होते हैं इसलिए डार्क वेब कोएक्सेस करना आसान नहीं होता है

इसे आप किसी भी नॉर्मल ब्राउज़र में एक चीज नहीं कर सकते जैसे कि गूगल क्रोम, ओपेरा, फायर फ्रॉक्स, 9 जिला, मैं एक्सेस नहीं कर सकते बल्कि आपको इसे एक्सेस करने के लिए स्पेशल ब्राउज़र की जरूरत पढ़ती है जिसका नाम है टोर ब्राउजर डार्क वेब की जिस वेबसाइट को भी को एक्सेस करना चाहते है उस वेबसाईट का पूरा यूआरएल URL होना चाहिए तोही आप इसे एक्सेस कर सकते है 

डार्क वेब को यूज करना कोई इन लीगल नहीं ही बल्कि आप इससे कोई जुर्म करते ही तो वो पूरी तरीके से गलत है अगर आप इसमें कोई जुर्म करते ही तो आप को पनिश किया जाएगा 

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